• For Ad free site experience, please register now and confirm your email address. Advertisements and popups will not be displayed to registered users.Being a registered member will also unlock hidden sections and let you request for your favourite fakes.

Hindi Sex Story खूबसूरत मुस्लिम रण्डी लड़की अंजुमन बानो के साथ मेरी पहली सुहागरात

Kukkurandi

New Member
LV
0
 
Joined
Jan 20, 2023
Posts
13
Reactions
22
DF Coins
0.00


हेलो दोस्तो मेरा नाम जीतू है और में ऐक कुंवारा मर्द हूं.. मेरा शुरू से ही मुस्लिम औरतों और लड़कियों के साथ सेक्स करने का मन रहा है और में रण्डीयो के कोठे पर जा कर मुस्लिम औरत या लड़की के साथ सेक्स किया करता हूं क्योंकि मुस्लिम रण्डी पूरी तरह खुल कर बेशर्म हो कर चुदवाती है और मुस्लिम लड़कियों में हिंदू लड़की से कही ज्यादा सेक्स पॉवर होती हैं.. और मुस्लिम लड़कियों की चूत की आंग शांत करने के लिए उनको उनके ही बाप,भाई,चाचा,मामा चोदते हैं.. मुझे भी काफी दिनों से ऐक मुस्लिम रण्डी लड़की की तलाश थी जिसे में अपनी बीवी की तरह खुलकर चोद सकूं और मेरी तलाश उस रोज पूरी हो गई थी.. मेने ऐक चूड़ियों की दुकान पर सलवार सूट पहनी हुई अपने सर को दुपट्टे से ढकी हुई.. बेहद खूबसूरत लड़की को बैठा हुआ देखा था और उसके सर के बाल उसके कूल्हों तक लंबे थे.. खूबसूरत चेहरा और गोरा बदन... मे तो उसे देखकर दीवाना सा हो गया था.. दिन रात उसके खूबसूरत चेहरे को याद करते हुए मुठ मारने लगा था और उसे चोदने के लिए तड़प रहा था... मेने उसके बारे में जानकारी हासिल करना शुरू कर दिया था मुझे पता चला की उस लड़की का नाम अंजुमन बानो है और उसकी मां का नाम अशर्फी बानो है.. और अंजुमन एक कुंवारी मुस्लिम लड़की है..अंजुमन की मां की शबनम बेंगल्स के नाम से चूड़ियों की दुकान है.. और अंजुमन उसी पर बैठती है और अपनी मां की दुकान संभालती हैं..में अब अंजुमन की दुकान के चक्कर लगाने लगा था और अंजुमन को देख कर खुश हो जाता था अंजुमन की मां और अंजुमन भी मुझे देखकर मुस्कुराने लगी थी.. ऐक रोज में मोका देखकर अंजुमन की दुकान के अंदर घुस गया उस वक्त अंजुमन दुकान पर अकेली ही बैठी हुई थी उसकी मां कही काम से गई हुई थी तो मेने मौके का फायदा उठाकर ऐक कागज की पर्ची पर अपना मोबाईल नंबर लिख कर अंजुमन को दे दिया और उसने मुस्कुराते हुए मेरा नाम पूछा मेने अपना नाम उसे जीतू बताया.. और उसने मुझे वहा से जाने को बोला कहा कि मेरी अम्मी आने वाली ही आप यहां से जाओ में फोन करलूंगी..तभी मेरी नजरे अंजुमन के दांतो पर गई उसके दांत थोड़े मुंह से बाहर निकले हुऐ थे पर उससे उसकी खूबसूरती में कोई कमी नहीं थी.. में वहा से चला गया था और अपने घर जाकर कमरे में बैठ गया उसके फोन का इंतजार करने लगा था..करीब ऐक घण्टे बाद मेरे फोन पर अंजुमन का फोन आया और हमारी बातो का सिलसिला शुरू हो गया था..अंजुमन मुझे अपने बारे में बताने लगी थी..अंजुमन ने बताया की वो बहुत परेशान हैं दिन भर वो दुकान पर काम में लगी रहती हैं और उसका बाप ऐक पागल इंसान है जो दिन भर इधर उधर घूमता रहता है कुछ काम नहीं करता और उसकी ऐक छोटी बहन है जिसका नाम शबनम है और ऐक छोटा भाई भी है वो दोनो स्कूल में पढ़ते हैं..अंजुमन घर में सबसे बड़ी है और उस पर ही घर और दुकान की सभी जिम्मवारी है..अंजुमन ने मुझसे पूछा कि जीतू तुम्हे मुझमें क्या पसंद आया है जो तुम मेरे पीछे पड़े हुए हो..मेने अंजुमन के बदन की तारीफे करना शुरू कर दिया और बोला कि अंजुमन सबसे अच्छे मुझे तुम्हारे सर के बाल लगते है तुम्हारे बाल काफी लंबे है और कमर तक आते हैं और तुम चोटी बना कर रहती हो बहुत अच्छी लगती हो.. और तुम हमेशा सलवार सूट पहनती हो मुझे बहुत अच्छी लगती हो..तभी अंजुमन लंबी लंबी सांसे लेने लगी और बोली जीतू और बताओ तुम्हे मुझमें क्या अच्छा लगता है..में समझ गया था कि अब इससे थोड़ी सेक्स की बाते करता हूं मेने कहा कि अंजुमन मुझे तुम्हारे कूल्हे बहुत अच्छे लगते है में तुम्हारे कूल्हों को बड़े गोर से देखता हूं..अंजुमन आहे भरने लगी थी और बोली जीतू और बताओ मेने कहा तुम्हारे होठ बहुत खूबसूरत है तुम हमेशा लाईट रेड कलर की लिपस्टिक लगाई हुई रहती हो दिल करता है तुम्हारे होठों को चूसता रहूं.. तभी अंजुमन बोली जीतू बस करो मुझे कुछ हो रहा है जीतू बस..अंजुमन मुझसे फोन पर बात करती हुई हीट पर आने लगी थी.. मेने बिना देर किए अपना लण्ड बाहर निकाल लिया और मुठ मारते हुए अंजुमन से बाते करने लगा था..मेने कहा अंजुमन अभी तुम कहा पर हो तो अंजुमन ने कहा कि अभी में अपने घर पर हूं दुकान से थोड़ी दूर ही गली में मेरा घर है और अभी में नहाने आई हूं.. मेने कहा अभी दोपहर के 2 बज रहे हैं तुम इतना लेट नहाती हो वो बोली जीतू में सुबह 9 बजे ही दुकान आ जाती हूं और दुकान में ही खोलती हूं फिर दोपहर को फ्री होकर ही नहाती हूं.. मेने कहा अंजुमन तुम्हारी उम्र क्या है तो उसने कहा कि वो अभी अठारह साल कि हुई है.. मेने कहा कि अंजुमन तुम्हारे नीचे चूत पर बाल आने लगे हैं क्या बताओ मुझे..अंजुमन बोली जीतू हा आ रहे हैं काफी गहरे बाल है मेने काफी दिनों से साफ नही किए हैं... अंजुमन अब बिना किसी शर्म के मुझसे बाते करने लगी थी.. अंजुमन बोली जीतू मुझे अब नहाने दो में बोला ठीक है पर पहले वादा करो की तुम आज मुझसे मिलोगी.. अंजुमन बोली जीतू ठीक है तुम आधे घण्टे बाद मुझे मेरे घर के पास गली में मिलो अब में फोन रखती हूं मुझे नहाने दो..मेने कहा ठीक है और अंजुमन ने फोन रख दिया था... और आधे घण्टे बाद में अंजुमन के घर के पास वाली गली में अपनी बाईक लेकर पहुंच गया था और उसे फोन किया अंजुमन ने फोन उठाया और बोली जीतू आ रही हूं.. तभी मेने देखा कि काले रंग का सलवार कुरता पहने हुए और मुंह पर नकाब बांधे हुए अंजुमन मेरे पास आई और मेरी बाईक पर बैठ गई मेने बाईक स्टार्ट की और हम दोनों वहा से चल दिए.. में अंजुमन को अपने साथ सीधा जंगल में ले गया और बाईक रोक ली.. अंजुमन बोली जीतू ये कहा ले कर आए हो में बोला यहां हम दोनों को कोई परेशान करने वाला नही है और अंजुमन बाईक पर से उतर गई.. मेने बाईक वही खड़ी कर दी और अंजुमन का हाथ पकड़ लिया और उसे जंगल के अंदर ले गया और सुनसान जगह पर झाड़ियों में ले गया.. और वहा हम दोनों बैठ गए थे..अंजुमन ने अपने मुंह से नकाब हटाया और नजरे झुकाए हुए बोली जीतू तुम मुझे बहुत अच्छे लगते हो.. तभी मेने अंजुमन को अपनी बाहों में भर लिया था और अंजुमन ने भी मुझे बाहों मे भर लिया और हम दोनों किस लेने लगे थे.. धीरे धीरे मेरा लण्ड तन कर खड़ा हो गया था और मुझसे रहा नहीं जा रहा मेने अंजुमन का कुर्ता ऊपर कर दिया और उसके बोबे दबाने लगा था वो सिसकियां लेने लगी थी और तभी मेने अपनी पेंट की जिप खोल दी और अपना लण्ड बाहर निकाल लिया था और अंजुमन को कहा की इसे सहलाओ वो मेरे लण्ड को पकड़ कर उसे सहलाने लगी थी और बोल रही थी कि हाए अल्लाह बहुत बड़ा है में तो मर जाऊंगी.. तभी मेने अंजुमन को वही लेटने को बोला अंजुमन मना कर रही थी वो बोली जीतू यहां नही करो कोई आ जायेगा मेने कहा डरो मत यहां कोई नहीं आता है में हु ना अंजुमन बोली जीतू बस करो मुझे कुछ हो रहा है और वो मदहोश सी होने लगी थी लंबी लंबी सांसे ले रही थी तभी मेने उसकी सलवार का नाड़ा खींच कर खोल दिया था और सलवार में हाथ डाला तो उसकी चूत पर काफी गहरे झांट के बाल थे.. और अंजुमन की चूत पूरी तरह बालों से ढकी हुई थी... पहली बार किसी लड़की की चूत पर मेने इतने बड़े और गहरे झांट के बाल देखे थे.. में अंजुमन की बालो से ढकी हुई चूत को हाथो से मसलने लगा था.. अंजुमन ने चड्डी भी नहीं पहनी थी वो पूरी तैयारी के साथ आई थी.. मेने उसकी सलवार नीचे सरका दी और बस पागल सा हो गया और उसकी बालो से ढकी हुई चूत को चाटने लगा था.. अंजुमन घबरा रही थी और बोली जीतू बस करो में समझ गया कि यहां पर ये सब करना गलत है और थोड़ी देर उसे किस करने के बाद मेने अपना लण्ड अंदर कर लिया और अंजुमन ने अपनी सलवार पहन ली.. और हम दोनों ने अपना हाथ ऐक दूसरे के हाथो में रखा हुआ था और बाते करने लगे थे.. मेने कहा अंजुमन कितने दिन हुऐ हैं तुम्हे नीचे झांट के बाल साफ किए हुऐ..वो बोली जीतू मुझे ठीक से याद नही है हां पर शायद ऐक साल हों गए है और वहा से चल दिए में अंजुमन को ऐक रेस्टोरेंट में ले गया और वहा पर हम दोनों चाउमीन खाई और कोल्डड्रिंक पी.. और हम वहा से चल दिए.. रास्ते में बाईक पर ही अंजुमन मने कहा कि जीतू में तुमसे आज रात को मेरे घर पर मिलना चाहती हूं.. मेने कहा तुम्हारी मम्मी पापा और बहन भाई वो सब भी तो होंगे ना वहा पर..अंजुमन बोली उन लोगों की फिक्र मत करो वो सब मुझसे डरते है और मेरी मम्मी मेरी हर बात मानती है में उन सभी को ऊपर वाले कमरे में सोने के लिए भेज दूंगी में बोला ठीक है.. और मेने अंजुमन को उसके घर के पास वाली गली में छोड़ दिया.... रात के करीब 9 बजे चुके थे अंजुमन दुकान से घर आ गई थी और घर आते ही उसने मुझे फोन किया और हम बाते करने लगे थे..अंजुमन अपने घर की बाते करने लगी थी और अपना दुखड़ा सुनाने लगी थी में अपने कमरे में लेता हुआ उसकी बाते सुन रहा था और मेने लण्ड हाथ में लिया हुआ था और मुठ मार रहा था..अंजुमन ने खाना भी मुझसे बाते करते हुए ही खाया और रात के दस बज चुके थे..में बस अंजुमन से मिलने के लिए तड़प रहा था और मेने उसे कहा कि जानू अब आ जाऊ तो अंजुमन ने कहा कि जीतू अभी नही अभी मोहल्ले में सभी जग रहे होंगे थोड़ा रुको में बोला ठीक है और मेने अंजुमन से असलील बाते करना शुरू कर दिया था.. मेने पूछा की अंजुमन तुम्हारी चूत बहुत खूबसूरत क्या तुमने कभी किसी का लण्ड लिया है वो बोली जीतू मेरे मामू का लड़का है जो मुझसे बहुत प्यार करता है वो अकसर हमारे घर आया करता था और वो मेरा किस लेता था और मेरे बोबे दबा कर चूसता था.. दो साल पहले दोपहर को मम्मी दुकान पर थी और में घर पर अकेली थी मेरे मामू के लड़के के साथ..उस रोज में भी जोश में आ गई थी और हम प्यार करने लगे थे उसने मेरी सलवार का नाड़ा खोल दिया और मेरी चड्डी नीचे सरकाई और बस मेरे ऊपर चढ़ गया और उसके बाद उसने अपने लण्ड को बस मेरी चूत पर लगाया ही था और मेरी मम्मी किसी काम से घर आ गई थी वो दरवाजा बजाने लगी थी हम दोनों घबरा गए थे और मेने जल्दी से सलवार पहन ली और उसने भी अपनी पेंट पहन ली थी और मेने दरवाजा खोला तो मम्मी अंदर आई और मम्मी को मुझ पर शक हो गया था वो समझ गई थी कि कुछ गलत हो रहा है.. मम्मी ने उसी वक्त मामू के लड़के को घर से भगा दिया और मुझे साथ में दुकान ले जाई थी..तभी से वो हमारे घर नही आता और उसने मुझसे बात करना भी छोड़ दिया है.. अंजुमन के मुंह से ये सब बातें सुन कर में तड़प रहा था और में उससे बोला की जानू आज में तेरी सारी प्यास भुजा दूंगा और तुझे खुश करदूंगा.. अंजुमन लंबी लंबी सांसे लेने लगी थी और रात के ग्यारह बज चुके थे अंजुमन ने कहा कि जीतू अब आ जाओ मेरे घर मेरी मम्मी और बाकी सब लोग ऊपर जाकर सो चुके हैं..में दरवाजा खुला रखूंगी तुम बस सीधे अंदर आ जाना में बोला ठीक है..मेने पहले से ही तेयारी कर रखी थी और मेने लण्ड खड़ा रखने की गोली खाई और अंजुमन के घर जाने को निकल पड़ा कुछ ही देर में अंजुमन के घर पहुंच गया और उसने दरवाजा बंद कर लिया था और मुझे अपने कमरे में ले कर आ गई.. और उसने मुझे कहा कि जीतू आवाज मत करना में बोला ठीक है और अंजुमन ने कमरे की लाईट बन्द कर दी और मुझे अपनी बांहों में भर लिया था.. मेने अंजुमन को चूमना शुरु कर दिया था और उससे कहा कि लाईट क्यों बंद की है तो वो बोली मुझे शर्म आती है जीतू में बोला ठीक है और में उसे पलंग पर ले कर उस पर चढ़ गया मेने अपने कपड़े उतार दिए और नंगा हो गया था और अंजुमन ने भी अपनी सलवार का नाड़ा खोल दिया था मेने बिना देर किए उसकी सलवार उतार कर फेंक दी और उसका कुरता उतार दिया अंजुमन ने ब्रा चड्डी नहीं पहनी हुई थी तो में उसके चिपक गया वो भूखी चुड़ैल की तरह मुझे चूमने चाटने लगी थी कुछ देर तक चूमने के बाद में अंजुमन के पास से उठा और मेने लाईट ऑन कर दी थी अंजुमन ने शर्म से अपने चेहरे को हाथो से ढक लिया था में बोला मुझे मेरी जानू के खूबसूरत नंगे बदन और खूबसूरत कूल्हों का दीदार करना है और में अंजुमन के नंगे बदन को देख रहा था मेने सबसे पहले अंजुमन के पेरो की उंगलियों को चाटना शुरु किया और धीरे धीरे जांघो को चाटने लगा था अंजुमन ने अब अपने चेहरे से हाथ हटा लिया था और आहे भरने लगी थी सबसे ज्यादा भूख तो मुझे इस मुस्लिम लड़की की रसीली चूत की ही थी और में उसकी चूत को चाटने लगा था अंजुमन ने अपने पेरो को चौड़ा दिया था और मेरे सर को मसले जा रही थी में भी उसकी चूत को चूस चूस कर पी रहा था अंजुमन की चूत के छेद पर लंबी खाल लटक रही हैं और में उसे दांतो से खीच रहा था आधे घण्टे से में अंजुमन की चूत को चाटे जा रहा था वो पूरी तरह से हीट पर आ चुकी थी और हाए अल्लाह बस करो जीतू खा ही जाओगे तुम तो हाए अल्लाह उह आह आह अंजुमन की चूत में से पानी निकलने लगा था और तभी में उसके ऊपर चढ़ गया और उसकी चूत पर लण्ड रगड़ने लगा था...मेने अब अंजुमन की चूत के छेद पर लण्ड का टोपा लगाया और घुसेडने लगा था अंजुमन ने अपने दांतो को भींच लिया था और पलंग की चादर को पकड़ लिया था में बिना कंडोम के उसकी चूत में लण्ड घुसा रहा था बड़ा जोर लगाना पड़ रहा था मुझे... और बहुत अच्छा लग रहा था कि मुझे सील पेक मुस्लिम लड़की की चूत मिली है मेने पूरा जोर लगा कर धक्का मारा और मेरा लण्ड अंजुमन की चूत में पूरा समां गया था अंजुमन का मुंह खुला का खुला रह गया था और वो अब रोने लगी थी में भी पूरे जोश में था और अब अंजुमन की कुंवारी गरम चूत को पेलने लगा.. पूरे ऐक घण्टे से में लगातार अंजुमन की चूत में लण्ड चला रहा था... गोली के असर से में झड़ ही नहीं रहा था हम दोनों पसीने से लथपथ हो चुके थे मुझे अब महसूस हो रहा था की मेरा लण्ड जेसे किसी आंग की सुलगती हुई भट्टी में हो... अंजुमन धीमी आवाज में चिल्ला रही थी हाए अल्लाह मर जाऊंगी में अम्मी आए आए ऊऊह आह अंजुमन रोटी हुई बोल रही थी तू राक्षस है मार दे मुझे आह आह अब अंजुमन की चूत पूरी तरह से फट चुकी थी पर मेरा लण्ड उसमे से बाहर आने को तैयार ही नहीं था दर्द से अंजुमन कराह रही थी और तभी वो बेहोश हो गई थी पर में कहा हटने वाला था में बस उसकी चूत में लण्ड पेले जा रहा था पूरे दो घण्टे तक उसकी चुदाई करते हुए में झडने वाला था और मेरे लण्ड से वीर्य की पिचकारी छूट पड़ी थी मेने कस कर बेहोश पड़ी अंजुमन के बोबो को दबा लिया और मस्ती से अंजुमन के अंदर झड़ गया था... अब मेने अंजुमन की चूत में से लण्ड बाहर निकाल लिया और उसे पेट के बल लिटा दिया और उसके कूल्हों को चाटने लगा था में उसके कूल्हे के छेद को चौड़ा कर जीभ से चाट रहा था और अब में अंजुमन के कूल्हे में लण्ड घुसाने लगा था अंजुमन के कूल्हे का छेद बहुत ही टाईट था पूरा जोर लगाने पर भी सिर्फ लण्ड का टोपा ही अंदर जा पा रहा था..में समझ गया कि क्या करना है मेने अंजुमन के पेट के नीचे दो तकिए लगा दिए और उसके घुटनो को मोड़ कर घोड़ी बना दिया और उसके कूल्हों के छेद पर अच्छी तरह से थूक लगाया और वापस से घुसाने लगा था तभी अंजुमन होस में आने लगी थी और तभी मेने पूरा दम लगाया और मेरा लण्ड अंजुमन के कूल्हे में घुस गया था और वो होस में आते ही रोने लगी थी है अल्लाह मर गई में सुअर इंसान मुझे रण्डी की तरह चोदे जा रहा है आह आह तूने जीतू मेरे कूल्हों में क्यों घुसाया है आह आह ओह ओह आह आह में पूरी रफतार से अंजुमन के कूल्हे में लण्ड चला रहा था और उसके कूल्हे में ही झड़ गया था..ओर लण्ड बाहर निकाल कर मेने अंजुमन को सीने से लगा लिया और उसके होठ चूसने लगा था वो रो रही थी और बोल रही थी कि जीतू तूने मुझे कही का नही छोड़ा है मुझे बहुत दर्द हो रहा है में मर जाऊंगी.. जीतू तूने अगर मुझे छोड़ा तो में मर जाऊंगी में बोला तू अब मेरी बीवी है में तुझसे ही शादी करूंगा और अंजुमन ने मुझे अपने गले से लगा लिया और अपनी जीभ मेरे मुंह में डाल दी थी में उसकी जीभ पीने लगा था और उसका थूक मेरे अंदर समा रहा था मेरा लण्ड फिर से जोश में आ गया और तन कर खड़ा हो चुका था मेने कहा अंजुमन अब लण्ड चूसो अंजुमन उठ कर मेरी जांघों पर आ गई और उसने मेरा लण्ड पकड़ कर चूसना शुरु कर दिया था अंजुमन ऐक पेदायसी मुस्लिम रण्डी की तरह मेरा लण्ड चूस रही थी तभी मेने अंजुमन को रुकने को कहा और उसे मुंह चुदाने को कहा अंजुमन ने मना कर दिया और कमरे से बाहर भागने लगी थी मेने उसे पकड़ा और उसे पलंग पर पटका और उसके बोबे पीने लगा था और अंजुमन को मनाने लगा की बस थोड़ा सा मुंह में घुसाऊंगा तुझे मेरी कसम है और वो मान गई मेने अंजुमन को गर्दन पलंग से नीचे लटका कर लिया और पलंग से नीचे उतर गया और मेने घुटने मोड़ लिऐ और अपना लण्ड अंजुमन के मुंह में भर दिया और शुरू हो गया था मेरा लण्ड पूरा उसके गले तक घुस गया और वो चिल्ला भी नहीं पा रही थी और लंबी लंबी सांसे ले रही थी पूरे जोश में आकर बीस मिनट से में अंजुमन के गले में लण्ड के धक्के लगा रहा था कि तभी मुझे लगा कि अंजुमन उल्टी करने वाली है और मेने लण्ड उसके मुंह से बाहर निकाल लिया और उसके मुंह को चूसने लगा था तभी अचानक से अंजुमन ने उल्टी करनी शुरू कर दी और में उसकी उल्टी पी रहा था में पूरी मस्ती में था और कुछ देर बाद मेने अंजुमन को पलंग पर लिटा दिया और वापस से मुंह में लण्ड घुसा दिया और अंजुमन के मुंह में ही झड़ गया था..अब सुबह के पांच बज चुके थे और अंजुमन ने मुझे वापस जाने को कहा और मेरे लिपट कर मुझे किस किया मेने और अंजुमन ने अपने कपड़े पहन लिए और में वापस अपने घर आ गया... इसी तरह अब अंजुमन रोज मुझसे रात को अपने घर ही मिलने लगी थी और कुछ ही दिनों में अंजुमन ऐक खूबसूरत जवान रण्डी बन गई थी..में अंजुमन को दिन में भी होटलों के रूम में लेजाकर चोदने लगा था.. और अंजुमन मेरे लिए कम उम्र की कुंवारी लड़कियों और शादीशुदा औरतों का इंतजाम करने लगी थी और में भी अपनी पेसो की जरूरत को पूरा करने के लिए अंजुमन को पराए मर्दों से चुदाने लगा था और मेने अंजुमन को ऐक रण्डी बना दिया...अब अंजुमन अपनी मां और बहन के साथ मिलकर वेश्यावृति करती हैं और अंजुमन के काफी सेक्स एम एम एस भी बन चुके हैं जिसमे लोग अंजुमन के नंगे बदन को देख कर मुठ मारते हैं...
 
Back
Top