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Hindi Sex Story भाई ने मुझे मेरी बेटी और मेरी मां को चोदा

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Aug 16, 2023
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मेरा नाम ज्योती कुमारी है पर अब सब लोग मुझे ज्योती रण्डी के नाम से जानते है
में ऐक विधवा औरत हूं और ऐक बेटी की मां भी हूं मेरी बेटी का नाम वंशिका है और उसकी उम्र 12 वर्ष है में बड़ी ही अभागिन औरत हूं जो भरी जवानी में ही विधवा औरत बन गई थी मेरी बेटी वंशिका के जन्म के ऐक वर्ष बाद ही मेरे पति दुनिया से चल बसे और मेरी मांग सूनी हो गई थी... अब में और मेरी बेटी वंशिका मेरी मां बीना रण्डी के साथ उनके घर में ही रहती हैं मेरी मां बीना रण्डी भी मेरी ही तरह ऐक विधवा औरत है और में उनकी ऐक लोती बेटी हूं... और हम दोनों मां बेटियों के साथ घर में ऐक कुंवारा मर्द भी रहता है जिसका नाम जीतू है और वो मेरी ताई जी का लड़का है और वो मुझसे उम्र में 5 साल बड़ा है और अभी तक कुंवारा ही है...जीतू को तो शादी करने की जरूरत ही नहीं है क्योंकी जीतू का बिस्तर गरम करने वाली उसकी दो रखेल हैं मेरी मां बीना और में...जीतू दुनियां की नजरों में मेरी मां बीना रण्डी का सगा भतीजा है और मेरा भाई है...पर घर में तो वो हम दोनों मां बेटियों का पति है जीतू मुझे और मेरी मां को दिन रात चोदता है घर के हर कोने में वो हमें चोद चुका है और घर में मुझे और मेरी मां को जीतू के लिए बिना कपड़ो के नंगी ही रहना पड़ता है जीतू मेरी मां और मेरे कूल्हों का दीवाना है और रोज घण्टों तक मेरी मां के कूल्हों से और मेरे कूल्हों से मनचाहा सेक्स किया करता है जीतू हम दोनों मां बेटियों को चोदने के लिए हर रोज दिन में दो बार लण्ड खड़ा रखने की टेबलेट खाता है... और दिन रात मुझे और मेरी मां यानी अपनी सगी चाची बीना की चुदाई करता है मेरी बेटी वंशिका पूरे बारह वर्ष की हों चुकी है और में उसी के सामने ही जीतू के साथ नंगे बदन सेक्स करती हूं आखिर उसे भी तो जीतू का बिस्तर गरम करना ही है में खुद अपनी बेटी को वेश्या बनने की ट्रेनिंग दे रही हूं ताकि वंशिका भी अपने जीतू मामा को खुश रखे... में और मेरी मां वंशिका से ही अब अपनी झांट के बाल साफ करवाती हैं वंशिका बड़े अच्छे तरीके से रेजर से मेरी मां और मेरी चूत और कूल्हों पर से बाल साफ करती हैं और अपनी बीना नानी और अपनी मां की चूत को चाटने लगती हैं मेरी बेटी वंशिका को चूत चाटना अच्छा लगता हैं और ये सब वो अपने जीतू मामा को देखकर सीखी है और इतनी कम उम्र में ही मेरी बेटी वंशिका भी जीतू का बिस्तर गरम करने के लिए तड़प रही थी और वो अकसर मुझसे अकेले में बोलती थी कि मम्मी मुझे भी जीतू मामा के साथ नंगी सोना है पर में उसे डांट कर चुप कर दिया करती थी पर उस रोज तो हद ही हो गई थी मेरी मां मार्केट गई हुई थी और में किचन में खाना बना रही थी और मेरी बेटी वंशिका रोज की तरह ही जीतू के साथ पलंग पर लेटी हुई टीवी पर ब्लू फिल्म देख रही थीं जीतू अकसर मेरी बेटी को ब्लू फिल्म दिखाता है और उससे मुठ पढ़वाता है और लण्ड भी चुस्वाया करता है... पर जब में कमरे के पास से गुजर रही थी तो मुझे वंशिका के रोने की आवाज सुनाई दी और में कमरे में आ गई थी मेरी आंखें खुली की खुली रह गई थी जीतू ने मेरी कुंवारी बेटी वंशिका को को गोद में उठाया हुआ था और उसका मोटा लंबा लण्ड वंशिका के कूल्हे में पूरा घुसा हुआ था और जीतू मेरी नाबालिग लड़की की गाण्ड मार रहा था में चिल्ला कर बोली जीतू भाई है भगवान क्या कर रहा है तू छोड़ वंशिका को मर जायेगी ये पर जीतू को तो मेरी बातो का कोई असर ही नहीं हो रहा था वो तो मेरे सामने ही उसके छोटे कूल्हों को मस्ती से चोद रहा था और बोल रहा था ज्योती रण्डी हरामजादी रण्डी तू जा यहां से बहुत मस्त है तेरी बेटी वंशिका की कुंवारी गाण्ड आज पहली बार में इतनी कम उम्र की लड़की की गाण्ड मार रहा हूं वंशिका की चिंखे कमरे में गूंज रही थी में बेबस हो कर सब कुछ देख रही थीं मुझे पता था कि में जीतू भाई को कितना ही समझा लू पर वो नहीं मानेगा और में अपनी बेटी को दिलासा देने लगी थी और तभी जीतू ने मुझे घोड़ी बनने को कहा और में अपने घुटने मोड़ कर घोड़ी बन गई थी जीतू ने मेरे कूल्हों पर मेरी बेटी वंशिका को चढ़ा दिया और वांशिका ने मेरी कमर को कस कर पकड़ लिया था और जीतू ने वंशिका के कूल्हे में से लण्ड बाहर निकाला और मेरे कूल्हे में घुसा दिया था कुछ देर तक मेरे कूल्हे में धक्के लगाने के बाद जीतू वापस से मेरी बेटी वंशिका के कूल्हे में लण्ड घुसा कर उसे चोद रहा था कुछ देर बाद वंशिका ने रोना बंद कर दिया था और जीतू भाई अभी भी उसके कूल्हे चोद रहा था में वंशिका से बोली वंशु मेरा बाबू मेरी बच्चा केसा लग रहा है वो बोल रही थी मम्मी अच्छा लग रहा है जीतू आधे घण्टे से भी ज्यादा टाईम से वंशिका की गाण्ड मार रहा था और मेरी बेटी के कूल्हों की सील टूट चुकी थी में जीतू से बोली जीतू भाई अब तो बस कर आज के लिए इतना ही बहुत है वंशिका को रेस्ट करने दे जीतू को मेरी बातो का असर हुआ और उसने वंशीका की गाण्ड में से लण्ड बाहर निकाल लिया और उसे पलंग पर लिटा दिया था और जीतू ने मुझे पकड़ लिया और वापस से मेरे कूल्हे में लण्ड घुसा दिया था और मेरी गाण्ड मारना शुरू कर दिया था पूरे ऐक घण्टे तक जीतू भाई ने मेरी गाण्ड मारी और मेरे कूल्हे में ही झड़ गया था... जीतू का वीर्य मेरे कूल्हों में निकलने के बाद मेंने जीतू भाई से कहा कि अब मुझे किचन में खाना बनाना है मम्मी आने वाली है अब उनको चोदलेना... इतने में ही घर की बेल बजी और मेंने दरवाज़ा खोला मेरी मां अंदर आ गई थी और तभी जीतू भाई ने मेरी मां को पकड़ कर अपनी बाहों में भर लिया था मेरी मां बोल रही थी ऐसी काई आंग लग रही है तेरे भड़वा मुझे साड़ी तो उतारलेवा दे मेरी मां ने अपनी साडी उतार दी थीं और ब्लाउज खोल दिया था और ब्रा उतार दी थीं और जीतू भाई ने मेरी मां के पेटीकोट का नाडा खोल कर पेटीकोट निचे सरका दिया था और उसने मेरी मां को बाहों में भर लिया था और मेरी मम्मी के होठों को चूस रहा था और बोल रहा था बीना चाची आई लव यू मेरी जान आई लव यू मेरी मम्मी भी पूरी मस्ती से जीतू भाई का किस ले रही थी कुछ देर किस करने के बाद जीतू भाई ने मेरी मां को गोद में उठाया और कमरे में सोफे पर लिटा दिया था और मेरी मां के ऊपर चढ़ गया था और मेरी मां के बोबे दबा दबा कर चूसने लगा था में भी वही पर खडी हुई सब देख रही थीं और मेरी मां मुझसे बोलीं ज्योती बेटा क्या बात है आज तो जीतू को मुझ पर बड़ा प्यार आ रहा है में बोली मम्मी आज ईस सुअर इंसान ने आपकी नवाशी वंशिका के कूल्हे की सील तोडी है मेरी मां बोली ज्योती कोई बात नहीं है आखिर उसे भी जीतू से चुदना ही है और तभी जीतू भाई ने मेरी मां के मुंह में लण्ड घुसा दिया था और दोनों चाची भतीजे शूरू हो गए थे कुछ देर तक मेरी मां का मुंह चोदने के बाद जीतू भाई ने मेरी मां को पलंग पर लिटा दिया था और मेरी मां के ऊपर चढ़ गया था जीतू भाई ने मेरी मां की चूत में लण्ड घुसा दिया था और मेरी मां को चोदना शुरू कर दिया में वापस किचन में खाना बनाने चली गई थी और 1 घण्टे से भी ज्यादा टाईम हो चुका था में खाना बना चुकी थी और जीतू भाई और मेरी मां बीना रण्डी अभी भी ऐक दूसरे के साथ सेक्स कर रहे थें जीतू भाई पलंग पर लेटा हुआ था और मेरी मम्मी जीतू भाई के ऊपर चढ़ी हुई थी और जीतू भाई का लण्ड अपनी चूत में घुसाए हुऐ धक्के लगा रही थी दोनों चाची भतीजे पसीने में लथपथ हो चुके थे मेरी मां बिल्कुल किसी मर्द की तरह ही जीतू भाई के ऊपर चढ़ी हुई थी और मेरी मां बीना रण्डी ने जीतू भाई की दोनो टांगो को चौड़ा कर उठाया हुआ था पूरे जोश में धक्का लगा रही थी ऐसा लग रहा था मानो मेरी मां जीतू भाई को चोद रही थी.... मेरी मां बीना रण्डी को काफी टाईम से ल्युकोरिया की बीमारी है जिसे सफेद पानी भी कहते हैं और जिन औरतों और लड़कियों को ल्युकोरिया की बीमारी होती है तो आसानी से झड़ नही पाती है और घण्टों तक सेक्स किया करती है और जब वो झड़ती है तो उनकी चूत में से काफी सारा वीर्य निकलता है...मेंने मेरी मां और जीतू भाई से खाना खाने को बोला तो मेरी मां ने कहा ज्योती तू और वंशिका खा लो मुझे अभी टाईम लगेगा और जीतू मेरे साथ ही खाना खायेगा...में बोली ठीक है मम्मी और में और मेरी बेटी वंशिका वहीं सोफे पर बैठ कर खाना खाते हुऐ मेरी मां और उनके भतीजे की चुदाई देख रही थीं .. और मेरी मां चिल्ला रही थीं जीतू केसा लग रहा है आज तुझे आज तेरी बीना चाची की चूत में आंग लग रही है और जीतू भाई बोल रहा था हां बीना चाची बहुत अच्छा लग रहा है चाची और तेज धक्का लगा कर मेरो लोडो ले और मेरी मां पूरी रफ्तार से लोड़ा ले रही थी इसी तरह से मेरी मां जीतू भाई को पूरा दो घण्टा हो चुका था और तभी मेरी मां अपने भतीजे जीतू से बोली जीतू बेटा में झड़वा वाली हूं पानी पियेगो तेरी चाची की चूत को...जीतू भाई बोला हां बीना चाची बहुत दिन हो गया तेरो पानी पिए हुए और तभी मेरी मां ने अपनी चूत में से जीतू भाई का लण्ड बाहर निकाल लिया और जीतू भाई के मुंह पर बैठ गई थी जीतू भाई ने अपना मुंह खोला हुआ था मेरी मां जीतू भाई के मुंह में झड़ रही थी मेरी मां की चूत से वीर्य की पिचकारी छूट पड़ी थी ऐसा लग रहा था जेसे मेरी मां पेशाब कर रही हो मेरी बेटी वंशिका मुझसे बोलीं मम्मी नानी जीतू मामा के मुंह में पेशाब क्यों कर रही है में बोली तेरी नानी का शरबत निकल रहा है और वो जीतू भाई को पिला रही है और मेरी मां हसती हुईं बोल रही थी हा वंशिका बेटी में तेरे जीतू मामा को शरबत पिला रही हूं और तू भी पलंग पर आजा जीतू मामा के लोले को चूस कर ज्यूस पीले और मेंने वंशिका को जीतू भाई का लण्ड चूसने को कहा और वो पलंग पर जाकर जीतू भाई के लण्ड को चूसने लगी थी वंशिका ने जीतू भाई के लण्ड के टोपे को मुंह में भर लिया था और अच्छी तरह से चूस रही थीं और मेरी मां की चूत से अभी भी वीर्य की धार छूट रही थी जिसे जीतू भाई मस्ती से पी रहा था...और तभी जीतू भाई भी मेरी बेटी वंशिका के मुंह में झड़ने लगा था वंशिका का मुंह जीतू भाई के वीर्य से भर चुका था और में उसे चिल्ला कर बोली नीच रण्डी पीजा और मेरी बेटी जीतू भाई के लण्ड से निकलता हुआ वीर्य पी गई थी...और मेरी मां भी झड़ चुकी थी और मेंने वंशिका को वापस अपने पास बुलाया और मेरी मां और उनका भतिजा जीतू ऐक दूसरे के नंगे बदन के चिपक कर किस करने लगे थे..इसी तरह से पूरे दिन भर हम तीनों मां बेटियों की चुदाई होती रहीं और अब मेरी बेटी वंशिका भी जीतू भाई की रखैल बन चुकी है और उसका बिस्तर गरम किया करती है....



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